गेहूं की सरकारी खरीद 18% घटकर 41 लाख टन हुई, हरियाणा में गेहूं की खरीद जोरों पर
Wheat Procurement: सरकार ने करंट मार्केटिंग ईयर (अप्रैल 2023-मार्च 2024) में अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सीधे किसानों से 41 लाख टन गेहूं की खरीद की है जो एक साल पहले की तुलना में 18% कम है.
16 अप्रैल तक 41 लाख टन गेहूं की खरीद. (Image- Pixabay)
16 अप्रैल तक 41 लाख टन गेहूं की खरीद. (Image- Pixabay)
Wheat Procurement: सरकार ने करंट मार्केटिंग ईयर (अप्रैल 2023-मार्च 2024) में अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सीधे किसानों से 41 लाख टन गेहूं की खरीद की है जो एक साल पहले की तुलना में 18% कम है. भारतीय खाद्य निगम (FCI) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट अशोक के मीणा ने कहा कि गेहूं की सरकारी खरीद (Government Wheat Procurement) में गिरावट मुख्यतः बेमौसम बारिश के कारण कटाई में देर होने और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में आवक कम होने की वजह से हुई है.
गेहूं उत्पादक राज्यों के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान होने से कुछ जगहों पर अनाज की गुणवत्ता खराब हुई है. हालांकि, सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की खरीद के नियमों में ढील दी है.
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16 अप्रैल तक 41 लाख टन गेहूं की खरीद
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मीणा ने कहा, मौजूदा मार्केटिंग ईयर में 16 अप्रैल तक गेहूं की खरीद 41 लाख टन तक पहुंच गई है, जो एक साल पहले की समान अवधि में रही 50 लाख टन की खरीद से थोड़ी कम है. हालांकि उन्होंने आने वाले दिनों में सरकारी खरीद में तेजी आने की उम्मीद जताते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा की मंडियों में गेहूं की आवक बेहतर है.
FCI राष्ट्रीय नोडल एजेंसी है जो राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर एमएसपी पर गेहूं की खरीद करती है. यह खरीद उत्पादक किसानों के हितों को सुरक्षित रखने के साथ अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं के लिए बफर स्टॉक बनाए रखने के लिए भी की जाती है.
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3.42 करोड़ टन गेहूं का खरीद लक्ष्य
सरकार ने मार्केटिंग ईयर 2023-24 के लिए 3.42 करोड़ टन गेहूं का खरीद लक्ष्य तय किया है जबकि 2022-23 के सत्र में 1.9 करोड़ टन की वास्तविक खरीद की गई थी. पिछले साल गर्मी की लहर के कारण घरेलू गेहूं उत्पादन में गिरावट आने से गेहूं की खरीद कम हुई थी. हालांकि, इस साल गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 11.218 करोड़ टन रहने का अनुमान है और हाल की बेमौसम बारिश के बावजूद सरकार को यह लक्ष्य हासिल करने का भरोसा है.
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हरियाणा में गेहूं की खरीद जोरों पर
हरियाणा में गेहूं की खरीद जोरों पर है. अभी तक 34 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है. किसानों को 900 करोड़ रुपए की पेमेंट हो चुकी है. इस बार लगभग 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडी में आने की संभावना है.
गुरुग्राम पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि हरियाणा में गेहूं की खरीद लगातार जारी है मंडियों में इस बार सबसे ज्यादा गेहूं पहुंचेगा. किसानों से एमएसपी रेट पर गेहूं लिया जा रहा है. अभी तक 34 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जिसकी लगभग 900 करोड़ रुपये पेमेंट सरकार किसानों को कर चुकी है. इसके अलावा आने वाले दिनों में गेहूं लगभग 80 लाख मैट्रिक टन के करीब मंडी पहुंचेगा.
मई महीने के पहले हफ्ते में किसानों को मिलेगा मुआवजा
सरसों की खरीद पर जेपी दलाल ने बोलते हुए कहा कि सरसों की खरीद जारी रहेगी. किसान जब तक मंडी में सरसों लाएगा उसकी सरसों एमएसपी रेट पर खरीदी जाएगी. वहीं ओलावृष्टि में बर्बाद हुई फसल का मुआवजा जल्द ही किसानों को दिया जाएगा, प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और मई महीने के पहले हफ्ते में किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा.
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(भाषा इनपुट के साथ)
05:17 PM IST